पीएसयू | ||||
---|---|---|---|---|
नाम | इंस्ट्रुमेंटेशन लिमिटेड | |||
दायरा | 1964 में स्थापित , अनुसूची "ख" सीपीएसई, 100% शेयर भारत सरकार के पास | |||
परिचय | नियंत्रण वाल्व के निर्माता | |||
अखिल भारतीय उपस्थिति | पंजीकृत कार्यालय - जयपुर, कारखाना पालक्काड़ | |||
निष्पादन सांख्यिकी (करोड़ रुपये) | वित्त वर्ष 2020-21 | वित्त वर्ष 2021-22 | वित्त वर्ष 2022-23 | |
कारोबार | 71.9 | 73.6 | 82.84 | |
निवल लाभ | 34.76 | 22.26 | 4.86 | |
प्राप्त क्रयादेश | 54.52 | 78.23 | 112.15 | |
उत्पाद और सेवाएं | स्वदेशी प्रौद्योगिकी, तृतीय पक्ष निरीक्षण सेवाओं के साथ प्रसंस्करण उद्योगों के लिए नियंत्रण वाल्व, बटरफ्लाई वाल्व, बेलो सीलबंद वाल्व, पावर सिलेंडर इत्यादि। | |||
प्रमुख गतिविधियां | नियंत्रण वाल्व और पावर सिलेंडर की डिजाइनिंग, इंजीनियरिंग, मशीनिंग, असेंबली, परीक्षण, अंशांकन, निरीक्षण, आपूर्ति और सर्विसिंग | |||
उपलब्धियाँ/परियोजनाएँ | चंद्रयान-3 मिशन के लिए इसरो-आईपीआरसी में एलवीएम-3 रॉकेट के सबसे महत्वपूर्ण ऊपरी चरण - क्रायोजेनिक इंजन (सीई-25) के परीक्षण में आईएल वाल्व का उपयोग किया गया था। | |||
अंतर्राष्ट्रीय सहयोग | शून्य - प्रौद्योगिकी में आत्मनिर्भर | |||
संपर्की व्यक्ति का नाम और पता | श्री पी.के. वशिष्ट, महाप्रबंधक इंस्ट्रूमेंटेशन लिमिटेड, कांजिकोड (वेस्ट), पालक्काड़ - 678623 (केरल ) 9414184035, 0491-2566132, gm@ilpgt.com, pkv@ilpgt.com | |||
वर्टिकल (कार्य-क्षेत्र) | ||||
नाम | जिन औद्योगिक क्षेत्रों को सेवाएं प्रदान की जाती हैं, वे हैं- अंतरिक्ष, आणविक ऊर्जा, नाभिकीय ऊर्जा और इस्पात, सीमेंट, उर्वरक और रसायन, पेट्रो-रसायन, तेलशोधक, तेल और गैस, तेल पाइपलाइन, थर्मल पावर, एल्यूमिनियम कॉपर स्मेल्टर्स, पेपर और लुग्दी। | |||
सेक्टर परिचय | ||||
सेगमेंट | ||||
भारी उद्योग मंत्रालय की भूमिका | सुविधाप्रदाता और मार्गदर्शक | |||
प्रमुख पहलें/स्कीमें | 1) नए उत्पाद - पिछले 1.5 वर्षों में 4 नए उत्पाद। 2) निर्यात बाजार - इंस्ट्रुमेंटेशन लिमिटेड के मेड इन इंडिया वाल्वों को अंतरराष्ट्रीय मान्यता मिली है और इन्हें ऑस्ट्रेलिया, ओमान, सऊदी अरब, इंडोनेशिया, मलेशिया, सिंगापुर और रूस को निर्यात किया जाता है। 3) आईएसओ 29001 - पेट्रोलियम, पेट्रो-रसायन और प्राकृतिक गैस क्षेत्र के लिए आईएसओ 29001 प्राप्त करने वाली भारत की पहली नियंत्रण वाल्व कंपनी। 4) विविधीकरण - संबंधित क्षेत्रों और नये क्षेत्रों में। 5) नए वाल्वों का विकास - एनपीसीआईएल, आईजीसीएआर, इसरो जैसे रणनीतिक क्षेत्रों के लिए। | |||
संपर्क एवं पता | उपर्युक्त अनुसार | |||
वेबसाइट का यूआरएल | https://www.ilpgt.com/ |